click here for  Annual planning Hindi

एस.वाय.बी. ए . हिंदी सामान्य २ पाठ्यक्रम (२०२० पॅटर्न )

एफ. वाय. बी. ए. हिंदी सामान्य -१ पाठ्यक्रम (२०१९ पॅटर्न )

एस .वाय.बी.ए. हिंदी सामान्य -२ पाठ्यक्रम (२०१४ पॅटर्न )

 एस. वाय. बी. ए. हिंदी सामान्य-२ पाठ्यक्रम (२०२० पॅटर्न )

 एफ. वाय. बी. ए. हिंदी सामान्य -१ पाठ्यक्रम (२०१३ पॅटर्न ) 

टी. वाय. बी. ए. हिंदी सामान्य -३ पाठ्यक्रम (२०१५ पॅटर्न )

 

 

कार्यक्रम के परिणाम (बी.ए.हिंदी) :-

  • शुद्ध रूप से व्याकरणिक हिंदी बोलना ।

 २.  हिंदी साहित्य की विधाओं का ज्ञान ।

   ३.  हिंदी का व्यावहारिक जीवन में उपयोग ।

 ४.  हिंदी से मराठी और मराठी से हिंदी में अनुवाद ।

   ५.  अनेक प्रकार के दस्ताऐवज हिंदी तैय्यार करना ।

   ६.  हिंदी भाषा में रचनात्मक लेखन ।  

कोर्स के नतीजे (एफ.वाय.बी.ए. हिंदी सामान्य-१,२०१३ पॅटर्न ) :-

  • छात्रों को हिंदी गद्य और पद्य की प्रतिनिधि रचनाओं का परिचय।
  • छात्रों का भावात्मक विकास ।
  • छात्रों की सर्जनात्मक शक्ति का विकास ।
  • छात्रों की विचार क्षमता का विकास |
  • राष्ट्रभाषा हिंदी का प्रचार-प्रसार |
  • मानक लिपि एवं वर्तणी के नियमों का परिचय |
  • छात्रों की हिंदी साहित्य के प्रति रूची |
  • छात्रों में नैतिक, राष्ट्रीय एवं सामाजिक मूल्यों का विकास |

 

कोर्स के नतीजे (एस.वाय.बी.ए. हिंदी सामान्य-२,२०१४ पॅटर्न ) :-

  • छात्रों को हिंदी के प्रतिनिधि काहानीकार एवं कवियों का परिचय |
  • छात्रों को हिंदी के कार्यालयीन एवं व्यावहारिक पत्रों का ज्ञान |
  • छात्रों में हिंदी काहानी एवं नयी कविता की विशेषता का ज्ञान |
  • हिंदी भाषा के व्यावहारिक क्षेत्रो का परिचय |
  • हिंदी शब्द-युग्म का ज्ञान |
  • छात्रों में नैतिक, राष्ट्रीय एवं सामाजिक मूल्यों का विकास |
  • छात्रों की सर्जनात्मक शक्ति का विकास ।

कोर्स के नतीजे (टी.वाय.बी.ए. हिंदी सामान्य-३,२०१५ पॅटर्न) :-

  • छात्रों को हिंदी आत्मकथा विधा का परिचय एवं लेखन प्रेरणा |
  • छात्रों को सरकारी कार्यालय में प्रयुक्त कार्यालयीन हिंदी का ज्ञान |
  • सरकारी पत्रलेखन का ज्ञान |
  • नाट्य-काव्य विधा का परिचय |
  • छात्रों में नैतिक एवं सामाजिक मूल्यों का विकास |
  • अनुवाद कला का विकास |
  • छात्रों को पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओ का ज्ञान |

      कोर्स के नतीजे (एफ.वाय.बी.ए. हिंदी सामान्य-१,२०१९  पॅटर्न):-

  • छात्रों को हिंदी गद्य और पद्य की प्रतिनिधि रचनाओं का परिचय |
  • छात्रों में हिंदी भाषा द्वारा संवाद कौशल्य का विकास |
  • विज्ञापण लेखन कौशल्य का विकास |
  • हिंदी में रचनात्मक लेखन |
  • अनुवाद कला का विकास |
  • कम्प्युटर संबंधी ज्ञान में विकास |
  • मानक लिपि एवं वर्तणी के नियमों का परिचय |